शीर्षक:- मोह - By:- भरत कोराणा
अहा! भंगिमा मौन साधती,
साधक मन मे गोते लेता,
बड़ा चला मन मे मोह।
अंतरतम आहत आकुल,
देख रहे दरख़्त के पन्ने,
बड़ा चला है मन मे मोह।
सज्जन व्यथित भया निराला,
व्यथित कुंठित रहता दिन भर,
बड़ा चला है मन मे मोह।
सरकारी कुर्सी पर घोंघे,
चाट रहे भोले के कागज,
बड़ा चला है मन मे मोह।
मजदूरी खाई खाते से,
खाते भी खा गए चोर,
बड़ा चला है मन मे मोह।।
बैलो की गोईया भी बिक गयी,
बनिया दुना करता सूद,
बड़ा चला है मन मे मोह।
राज पाट निष्ठुर बन बैठा,
गरीबों को वो गरल पिलाता,
बड़ा चला है मन मे मोह।
लोकतंत्र के नाम दिखावा,
मजदूरी मे मरे मजदूर,
बड़ा चला है मन मे मोह।।
✍️ भरत कोराणा
जालौर राजस्थान
Sahitya Aajkal:- हरे कृष्ण प्रकाश (युवा कवि)
💞 Sahitya Aajkal Youtube Channel link plz Subscribe 💞👇
शीर्षक:- मोहअहा! भंगिमा मौन साधती,
साधक मन मे गोते लेता,
बड़ा चला मन मे मोह।
अंतरतम आहत आकुल,
देख रहे दरख़्त के पन्ने,
बड़ा चला है मन मे मोह।
सज्जन व्यथित भया निराला,
व्यथित कुंठित रहता दिन भर,
बड़ा चला है मन मे मोह।
सरकारी कुर्सी पर घोंघे,
चाट रहे भोले के कागज,
बड़ा चला है मन मे मोह।
मजदूरी खाई खाते से,
खाते भी खा गए चोर,
बड़ा चला है मन मे मोह।।
बैलो की गोईया भी बिक गयी,
बनिया दुना करता सूद,
बड़ा चला है मन मे मोह।
राज पाट निष्ठुर बन बैठा,
गरीबों को वो गरल पिलाता,
बड़ा चला है मन मे मोह।
लोकतंत्र के नाम दिखावा,
मजदूरी मे मरे मजदूर,
बड़ा चला है मन मे मोह।।
✍️ भरत कोराणा
जालौर राजस्थान
💞 Sahitya Aajkal 💞
हरे कृष्ण प्रकाश
पूर्णियाँ, बिहार
7562026066
नोट:- सभी कविताएँ साहित्य आजकल के youtube पर अपलोड कर दी जाएगी।
नोट:- सभी कविताएँ साहित्य आजकल के youtube पर अपलोड कर दी जाएगी।
Youtube Channel link-- Sahitya Aajkal plz Subscribe Now
https://www.youtube.com/channel/UClgT-IA2azYIjv86gDYHXnA
https://www.youtube.com/channel/UClgT-IA2azYIjv86gDYHXnA
आप सभी से अनुरोध है कि हमारे इस प्रयास में अपना योगदान दे! अगर आप को लगता है कि आप अच्छा लिखते हैं या आप अपने आस पास किसी भी व्यक्ति को जानते हो जो अच्छा लिखते हैं, उन्हें हमारे वेबसाइट के बारे में ज़रूर बताएं साथ ही Sahitya aajkal के यूट्यूब से जुड़ें।
No comments:
Post a Comment