विशेष जानकारी पाएं

6/24/20

तेरी बेवसी मुझसे सही नही जा रही By:- नीना श्रीवास्तव

Sahitya Aajkal:- हरे कृष्ण प्रकाश (युवा कवि)
💞 Sahitya Aajkal  Youtube Channel link plz Subscribe 💞👇
https://www.youtube.com/channel/UClgT-IA2azYIjv86gDYHXnA
शीर्षक:- तेरी बेवसी मुझसे सही नही जा रही 

तेरी बेवसी मुझसे सही नही जा रही,
तुम तो पागल दीवानों की तरह ही।।

अपनी जिद के आगे नन्हें मासूमों,
कोख़ में अजन्में को लिये डगर पे,

चल पड़े हो ,ना तो कठिनाइयों का डर,
ना ही कल की चिंता बस चल पड़े हो।।

तुम तो थे बिहार की आन बान शान,
चंद पलों में ही सबकों ताक पे छोड़।।

निकल पड़े पैदल कोसों मिल दूर,
तुम तो हार नही मनानें वाले थे।।

हाथों की कर्मठता से शहरों में तेरी,
पहचान निखर उभर कर आई थी।।

तुम तो अपनी जान हथेली पे लेकर,
पैदल चलनें की साहस कहाँ से लाये।।

भूखें पेट,कोख में अजन्में बच्चें को कैसे,
ढों लिये ,तेरी करुण कथा किन शब्दों से,

पन्नों पर रच डालूँ, आँखों में तेरा दर्द पटा हैं।
तुम थोड़ा धैर्य रख पाते,अब तो गाँवो में भी,

तेरा जीवन दु भर हो जायेगा ,क्या करोगें यहाँ,
यहाँ तो रह, रहें परिवारों का एक छत्र राज्य था।

अब तो घरों में भी व्यमनुष्यता नजर आयेगी,
प्रवासी मजदूर का नाम लिये जो आन पड़े हो।।

कुछ तो तुझें इस लिये नही अपनायेंगे की,
कोरोना तेरा साथी बन तो घर नही आया।।

अब तेरी हाल ना तो घर की रही ना घाट की,
किन किन बातों से करोगें संघर्ष अपनें जीवन में।।

अपनें जिद्दी स्वभाव से बिहार को एक नयें ,
रंगों से भर कर अलग पहचान बना डालों।।

तुम अपनी हिम्मत से बिहार की नई आकर,
सजा धजा दो,खूबसूरत बिहार बना दो ।।
              ✍️नीना श्रीवास्तवा
                       झारखण्ड

💞 Sahitya Aajkal 💞
         हरे कृष्ण प्रकाश 
         पूर्णियाँ, बिहार
        7562026066
नोट:- सभी कविताएँ साहित्य आजकल के youtube पर अपलोड कर दी जाएगी।

यदि आप अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो Whatsapp video करें 7562026066

Youtube Channel link--  Sahitya Aajkal  plz Subscribe Now 
https://www.youtube.com/channel/UClgT-IA2azYIjv86gDYHXnA

आप सभी से अनुरोध है कि हमारे इस प्रयास में अपना योगदान दे! अगर आप को लगता है कि आप अच्छा लिखते हैं या आप अपने आस पास किसी भी व्यक्ति को जानते हो जो अच्छा लिखते हैं, उन्हें हमारे वेबसाइट के बारे में ज़रूर बताएं साथ ही Sahitya aajkal के यूट्यूब से जुड़ें।

*साहित्य को आगे बढ़ाने के लिए साहित्य आजकल दृढ़ संकल्पित होकर सभी रचनाकारों को अपनी प्रतिभा दुनियाँ के सामने लाने के लिए अवसर प्रदान करती है। यदि आप अपनी प्रस्तुति देना चाहते हैं तो अपनी वीडियो वाट्सएप करें- 7562026066*
        धन्यवाद
*Sahitya Aajkal*

No comments:

Post a Comment