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6/29/20

युवाओं नायक बनो By:- देवदीप प्रज्वलित

Sahitya Aajkal:- हरे कृष्ण प्रकाश (युवा कवि)
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शीर्षक:- युवाओं नायक बनो
युवाओं   नायक  बनो , तुम   नायक  बनों।
समाज के कुरीतियों  पर, लगाम  लगाओं।
निकृष्टता की  वजह बनकर, तुम मत रहों।
अपनी  संस्कृति  सुरक्षा  कर, निडर  बनो।

मुल्क़  का  तुम  शान  बनो,  बईमान  नहीं।
मर्यादा  पुरुषोत्तम राम  बनो,  रावण  नही।
तुझको अपशिष्टों को उखाड़,फेंकना होगा।
देश  में  जन्में  रावण  को , मिटाना  होगा।

तुम सहनशील,दयावान औऱ धैर्यवान बनों।
देश के हितकारियो का,सदैव सम्मान करों।
हाँ तुझको कदम से कदम, मिलाना  होगा।
आते  रहते संकट से ,तुझको लड़ना  होगा।

अनेकता में एकता, लाने का अभ्यास करों।
टुकड़ों  में  बटों  मत, तुम  नेक  एक  बनों।
मानवता से निर्मित खड़ा, हिमालय हो तुम।
दुराचारी  युद्ध का निराकार, शास्त्र हो तुम।

ज्वालामुखी  ज्वाला बनकर, दहक पड़ो तुम।
तेज आंधी वाली भयानक, शोर मचाओं तुम।
जग में जो है तेरा  ,अवश्य हासिल करों  तुम।
ईश्वर भी गर्व करें जहां में ऐसा काम करों तुम।

                    ✍️देवदीप प्रज्वलित
                         अररिया(बिहार)

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         हरे कृष्ण प्रकाश 
         पूर्णियाँ, बिहार
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2 comments:

  1. वाह लाजवाब जोशपूर्ण कविता के लिए कवि को बहुत-बहुत बधाई तथा हरे कृष्ण प्रकाश संग साहित्य आजकल परिवार के सदस्यों को अनंत असीम शुभकामनाएँ!

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