प्यार में दिल जहाँ भी टूटेंगे- हीरालाल यादव
ग़ज़ल
जिसके दामन में हर ख़ुशी होगी।
ज़िन्दगी उसकी ज़िन्दगी होगी।
कुछ भी हासिल न ज़ीस्त में होगा
कोशिशों में अगर कमी होगी।
पेड़ पौधों को जितना सींचोगे
उतनी धरती हरी भरी होगी।
फासले बढ़ गये हैं जो इतने
कुछ ख़ता दोनों की रही होगी।
प्यार में दिल जहाँ भी टूटेंगे
आँसुओं की वहीं नदी होगी।
नर्म अहसास कैसे जागेंगे
दिल में इतनी जो बेरुख़ी होगी।
देख धड़का किसी को दिल फिर से
फिर मुसीबत कोई खड़ी होगी।
आस दुनिया की छोड़ दे *हीरा*
ये न हर्गिज़ कभी सगी होगी।
✍️हीरालाल यादव
मालाड, पूर्व मुम्बई
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धन्यवाद
"प्यार में दिल जहा भी टूटेगे"- लाजवाब मनमोहक संदेश देती बेमिसाल गजल के लिए आदरणीया गजलकार श्री हीरालाल बाबू को सहृदय बधाई तथा अनंत मंगलकामना! नवरात्रा मंगलमय हो !
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