विशेष जानकारी पाएं

10/31/20

झूठ का बोलबाला By:- प्रीतम कुमार झा

शीर्षक:- झूठ का बोलबाला By:- प्रीतम कुमार झा

कवि के द्वारा बहुत ही सुंदर सृजन किया गया है। जरूर पढ़ें

Sahitya Aajkal:- एक लोकप्रिय साहित्यिक मंच 👇💞 Sahitya Aajkal Youtube Channel link plz Subscribe Now ...💞👇

https://www.youtube.com/channel/UClgT-IA2azYIjv86gDYHXn

"" झूठ का बोलबाला ""

---------------------------------

इस दुनियां के रंग निराले,

कुछ उजले तो कुछ हैं काले।

मेहनत करता लंगोटी वाला,

मजा लूटते धोती वाले ।

इस चक्कर में पड़कर देखो,

निकल गया दिवाला है।

झूठ का बोलबाला है,

झूठ का बोलबाला है।

बहुत ही मधुर गीत जल्दी click करें वीडियो देखें

जो है झूठ बोलने में आगे,

भाग्य उसी के जैसे जागे।

दूजे को तो कुछ न समझे,

सच भी डरकर दूर हीं भागे।

यारों किस्मत ने हीं हमको,

आज तलक संभाला है।

झूठ का बोलबाला है,

झूठ का बोलबाला है।


सच खोजो तो,सच न मिलेगा,

अन्याय का फूल खिलेगा।

कैसी है रब तेरी माया,

कहीं है धूप, कहीं पर छाया ।

अब तो प्रभु धरा पर आओ,

आफत में निवाला है।

झूठ का बोलबाला है,

झूठ का बोलबाला है।

   ✍️ ---प्रीतम कुमार झा

        महुआ, वैशाली, बिहार ।

    




यदि आप अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो Whatsapp  करें 7562026066


Youtube Channel link--  Sahitya Aajkal  plz Subscribe Now 

https://www.youtube.com/channel/UClgT-IA2azYIjv86gDYHXnA


आप सभी से अनुरोध है कि हमारे इस प्रयास में अपना योगन दे! अगर आप को लगता है कि आप अच्छा लिखते हैं या आप अपने आस पास किसी भी व्यक्ति को जानते हो जो अच्छा लिखते हैं, उन्हें हमारे वेबसाइट के बारे में ज़रूर बताएं साथ ही Sahitya aajkal के यूट्यूब से जुड़ें।

*साहित्य को आगे बढ़ाने के लिए साहित्य आजकल दृढ़संकल्पित होकर सभी रचनाकारों को अपनी प्रतिभा दुनियाँ के सामने लाने के लिए अवसर प्रदान करती है। यदि आप अपनी प्रस्तुति देना चाहते हैं तो अपनी काव्य वीडियो वाट्सएप करें- 7562026066*

    धन्यवाद

नगद पुरस्कार व सम्मान पत्र देकर समानित किया गया देखें 

No comments:

Post a Comment