मेरी प्यारी मां':- ऊषा जैन
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विषय-- माँ
शीर्षक -'मेरी प्यारी मां':- ऊषा जैन
शत शत नमन करती हूं माँ
तुम ही मेरी हो आराध्या माँ
हृदय तल में बसी हुई तुम
सांसो की हर लय में हो माँ
तुम याद बहुत आती है माँ
ईश्वर को हमने न देखा
आंख खुली तो तुझको देखा
है तेरा उपकार बहुत
नौ मास कोख में सहेज रखा
तू ही है जन्म दात्री है माँ
अवतरित किया हमें धरा पर
तुम याद बहुत आती हो माँ
तेरी ममता भरी गोद माँ
थी सबसे सुखद पनाह माँ
नव पल्लव से नाजुक तन को
तूने प्यार से सींचा माँ
तेरे कलेजे का टुकड़ा थी
हु मैं तेरी ही परछाई मां
क्यु छोड़ के चली गई माँ
तुम याद बहुत आती हो माँ
तेरे आंचल की छांव माँ
था ममता का गांव माँ
वह मीठी सी तेरी लोरी माँ
मुझे याद बहुत आती है माँ
तेरी प्यारी सी भोली सूरत माँ
थी ममता की अनमोल मूरत
तू ही तो मेरी दुनिया थी माँ
तू ही मेरी पूजा थी
तू दूर है मुझसे चली गई माँ
मुझे याद बहुत आती हो माँ
तेरे आंचल से आती थी खुशबू
वो मसालों की सौंधी महक माँ
मेरे दिल को बहुत लुभाती थी
कितने ही रूप तुम धरती थी
कभी सखी बनी कभी गुरु बनी
गुड़िया गुड़िया मुझ संग खेली
हरदम साथ रहती थी माँ
मुझे याद बहुत आती हो माँ
तू ही पहली गुरु थी मेरी
मुझे चलना सिखलाया माँ
जीवन के पथ पर
बढ़ना सिखलाया माँ
ठोकर लगने पर उठना
और संभलना सिखलाया माँ
अच्छे बुरे का ज्ञान कराया
जीवन को तूने जीना सिखाया
मुझे याद बहुत आती हो माँ
संस्कार के मोती से तुमने
मेरा आंचल भर दिया था माँ
झूठ कपट से दूर रखा सदा
ईमान का पाठ पढ़ाया था माँ
जीवन की हर रीत सिखाई
तुझको भूल नहीं पाती हूं माँ
एक बार तो तुम आ जाओ माँ
मुझे फिर से गले लगाओ न माँ
क्यों दूर तू हमसे चली गई
तूम याद बहुत आती हो माँ
ममता की चाशनी में भिगो गई
प्रेम सुधा बरसा गई
तेरी दुआओं से मेरी
हरदम झोली भरी रहती है माँ
पर सपनों में आ सकती हो माँ
अपने आंचल की छाया
हम पर कर सकती हो
फिर से मसालों की सोंधी खुशबू से
एक बार तो महका सकती हो माँ
तूम याद बहुत आती हो माँ
पर मुझको है विश्वास माँ
तुम हमको देख रही हो माँ
मेघों की वर्षा के साथ
अपना प्यार बरसा रही हो माँ
तुम्हें ना भूल पाए कभी माँ
हर पल याद मुझे आती हो माँ
तूम याद बहुत आती हो माँ
बच्चे होते मां का गुरूर माँ
तुम मेरा गुरूर थी माँ
तेरी कोख से जन्म लिया
फखर है मुझको खुद पर माँ
करूं ईश्वर से प्रार्थना माँ
हर जन्म में तू बनना मेरी माँ
तूम याद बहुत आती हो माँ
लोग मना रहे मातृ दिवस
पर तूम हरदम साथ मेरे हो माँ
मेरा तो यह सारा जीवन माँ
जीवन का हर लम्हा माँ
तेरे बिना न गुजरा माँ
मेरी आंखों में बसती हो माँ
दिल में तुम ही रहती हो माँ
तेरी याद बहुत आती है माँ
हर पल याद आती हो माँ
मेरी कलम से🖋
✍️ ऊषा जैन कोलकाता
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