पिला दे जाम ज़रा मुल्क के मयख़ाने की:- विशाल लोधी
दोस्तों पूरा देश स्वतंत्रता की 74वीं वर्षगांठ "आजादी का अमृत महोत्सव" के रूप में मना रहा है। इस पावन अवसर पर साहित्य आजकल टीम के द्वारा ऑनलाइन कविसम्मेलन "आजादी के रंग साहित्य आजकल के संग" कार्यक्रम आयोजित की गई है।
इस कार्यक्रम में देश के अलग अलग क्षेत्रों के 25 से अधिक रचनाकारों ने अपनी रचना के माध्यम से प्रस्तुति दी है। जिसे आप साहित्य आजकल की वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं। इसी के निमित्त नीचे आप रचना को पढ़ेंगे।
आशा है आप पढ़ कर अपना बहुमूल्य टिपण्णी अवश्य देंगे व अपने लोगों तक साझा कर जश्न-ए-आज़ादी मनायेंगे।
75वीं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं🌹🌹
धन्यवाद- हरे कृष्ण प्रकाश
Sahitya Aajkal:- एक लोकप्रिय साहित्यिक मंच 👇💞 Sahitya Aajkal Youtube Channel link plz Subscribe Now ...💞👇Sahitya Aajkal Youtube से जुड़ने के लिए यहाँ click करें
(1) पिला दे जाम ज़रा मुल्क के मयख़ाने की
पिला दे जाम ज़रा मुल्क के मयख़ाने की,
फिर ज़रूरत न रहे साक़िया पैमाने की।
मसरूर आंखों में वो रंग गुलाबी आए,
मस्त बहके जो अदा देख ले मस्ताने की।
निसार मुल्क की खि़दमत में जां अगर हो मेरी,
फिर तमन्ना न मुझे दैरे हरम जाने की।
जुल्मे ज़ालिम से परेशान, मुज़्तरिब थे हम,
चर्ख़ तुझको क्या पड़ी है मेरे बहलाने की।
(2) प्यारे भारत देश
प्यारे भारत देश
गगन-गगन तेरा यश फहरा
पवन-पवन तेरा बल गहरा
क्षिति-जल-नभ पर डाल हिंडोले
चरण-चरण संचरण सुनहरा
ओ ऋषियों के त्वेष
प्यारे भारत देश।।
वेदों से बलिदानों तक जो होड़ लगी
प्रथम प्रभात किरण से हिम में जोत जागी
उतर पड़ी गंगा खेतों खलिहानों तक
मानो आँसू आये बलि-महमानों तक
सुख कर जग के क्लेश
प्यारे भारत देश।।
तेरे पर्वत शिखर कि नभ को भू के मौन इशारे
तेरे वन जग उठे पवन से हरित इरादे प्यारे!
राम-कृष्ण के लीलालय में उठे बुद्ध की वाणी
काबा से कैलाश तलक उमड़ी कविता कल्याणी
बातें करे दिनेश
प्यारे भारत देश।।
जपी-तपी, संन्यासी, कर्षक कृष्ण रंग में डूबे
हम सब एक, अनेक रूप में, क्या उभरे क्या ऊबे
सजग एशिया की सीमा में रहता केद नहीं
काले गोरे रंग-बिरंगे हममें भेद नहीं
श्रम के भाग्य निवेश
प्यारे भारत देश।।
वह बज उठी बासुँरी यमुना तट से धीरे-धीरे
उठ आई यह भरत-मेदिनी, शीतल मन्द समीरे
बोल रहा इतिहास, देश सोये रहस्य है खोल रहा
जय प्रयत्न, जिन पर आन्दोलित-जग हँस-हँस जय बोल रहा,
प्यारे भारत देश, प्यारे भारत देश।
विशाल लोधी
मगरधा पथरिया जिला दमोह मध्यप्रदेश
साहित्य आजकल काव्य संग्रह( पुस्तक) खरीदने के लिए यहाँ पर क्लिक करें
अपने इस रचना का लिंक कॉपी कर अन्य तक साझा करने हेतु यहाँ क्लिक करें👆👆👆👆👆👆👆👆
सभी रचनाकार Boya BYM1 20ft length की माइक खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें या पूरा डिटेल्स चेक करें।
यदि आप भी अपनी रचना प्रकाशित करवाना चाहते हैं या अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो टीम के इस Whatsapp न0- 7562026066 पर भेज कर सम्पर्क करें।
कवि सम्मेलन की वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
लोकप्रिय पुस्तक डार्क हॉर्स पुस्तक जिसने एक साधारण व्यक्ति को महान साहित्यकार बना दिया इसे जरूर खरीदें क्योंकि यही पुस्तक ने राष्ट्रीय साहित्य सम्मान लेखक को दिलाया है।👇👇
इसे खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें
फणीश्वरनाथ रेणु जी की पूरी जीवनी पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
इस कविता को आप साहित्य आजकल के यूट्यूब से भी वीडियो के द्वारा देख सकते हैं व परिस्थितियों को अनुभव कर सकते हैं। यहाँ क्लिक करें👇
भाग लो इनाम जीतो कार्यक्रम की पूरी जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
लोकप्रिय पुस्तक डार्क हॉर्स पुस्तक जिसने एक साधारण व्यक्ति को महान साहित्यकार बना दिया इसे जरूर खरीदें क्योंकि यही पुस्तक ने राष्ट्रीय साहित्य सम्मान लेखक को दिलाया है।👇👇
इसे खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें
फणीश्वरनाथ रेणु जी की पूरी जीवनी पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
इस कविता को आप साहित्य आजकल के यूट्यूब से भी वीडियो के द्वारा देख सकते हैं व परिस्थितियों को अनुभव कर सकते हैं। यहाँ क्लिक करें👇
भाग लो इनाम जीतो कार्यक्रम की पूरी जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
आशा है आप नीचे लिखे सभी कार्यक्रम से अवगत हो जाएंगे।
7:- साहित्य आजकल के द्वारा वर्तमान में "भाग लो इनाम जीतो" कार्यक्रम आयोजित की गई है। आप नीचे के वीडियो से जानकारी ले सकते हैं 👇👇
दोनों बेहतरीन काव्य सृजन के लिए सहृदय बधाई व शुभकामनाएँ आदरणीय!
ReplyDelete