मैंने देखा बापू जी को
कौन कहता है की सपनों को
न जाने दो हृदय में
देखते इसको सभी
अपनी उमर अपने समय में
तो मैंने देखा बापू जी को
अपने सलोने सपने में
पूछा उन्होंने मुझसे तभी
स्थिति क्या है मेरे देश में
कहा मैंने क्या बताऊं आपको
नाम आपका लेकर काम करते उल्टा हैं
बिगड़ गईं हैं व्यवस्थाएं सभी
अत्याचार हो रहा है आपके देश में
जुर्म की बढ़ती इस गागर को
पापी सभी लगे है पीने
देखूं जो हालत इनकी कभी
डर लगता है जीने में
नोच खा रहे बेटियों को
दरिंदगी से भरपूर है
लाज न आए इनको कभी
आदत से मजबूर हैं
बापू आप दोबारा आओ
हमारे इस पापी देश में
होगा उद्धार इसका तभी
जब लाओगे आंदोलन देश में
बहुत जरूरत है आपकी देश को
इसे नियंत्रण लाने में
व्यवस्था इसकी सुधरेगी तभी
जब अपराध मिटेंगे दुर्भावों से
…………………..
देवेश दीक्षित
दिल्ली
Sahitya Aajkal:- एक लोकप्रिय साहित्यिक मंच 👇💞 Sahitya Aajkal Youtube Channel link plz Subscribe Now ...💞👇Sahitya Aajkal Youtube से जुड़ने के लिए यहाँ click करें
यदि आप भी अपनी रचना प्रकाशित करवाना चाहते हैं या अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो टीम के इस Whatsapp न0- 7562026066 पर भेज कर सम्पर्क करें।
कवि सम्मेलन की वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
No comments:
Post a Comment