सचमुच कोशिश करने वालों की हार नहीं होती ?
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"कोशिश करने वालों की हार नहीं होती",
सुना तो जरूर होगा तुमने यह कविता।
पर क्या कभी तुमने सोचा कि
यह कविता सच्चाई का मात्र एक पहलू है ?
सच केवल वह नहीं जो कवि ने कहा है,
सच वह भी है जिसे कविता ने छिपाया है।
"कोशिश करने वालों की हार नहीं होती",
ऐसा कहना हक़ीक़त में लांछन लगाना है
उन तमाम लोगों की कड़ी मेहनत पर
जो आजीवन प्रयास करने के बावजूद भी
सफलता की दहलीज पर कदम नहीं रख पाते,
विफलता की चक्की में पिसते रहते हैं।
"कोशिश करने वालों की हार नहीं होती",
ऐसा कहना दर असल तौहीन करना है
ताउम्र जद्दोजेहद करने वाले उन नौजवानों की,
जो सरकारी नौकरी हासिल नहीं कर पाते,
जो अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर पाते,
जो अवसादग्रस्त होकर आत्महत्या तक कर लेते हैं।
"कोशिश करने वालों की हार नहीं होती",
ऐसा कहना उन समस्त किसानों का अपमान है
जो सर्द हवाओं में, गर्म फिजाओं में,
सूरज की तपिश में, झमाझम बारिश में,
दो निवालों के लिए, अपनी आजीविका के लिए,
मिट्टी का सीना चीरकर
रोटी उगाने की कमरतोड़ मेहनत करते हैं
पर कभी कुदरत की मार से, सरकार की बेरुखी से,
तो कभी बाजार की मार से, मंडी की वार से,
अपने फसल का सही दाम नहीं पाते
आंसुओं का घूंट पीकर, कर्ज के बोझ तले दबकर
अपनी जिंदगी को फनां कर लेते हैं।
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"कोशिश करने वालों की हार नहीं होती",
ऐसा कहना सरासर नाइंसाफी है
उन कवियों और साहित्यकारों के लिए
जिसने अपने आप को समर्पित कर दिया है
काव्यिक और साहित्यिक दुनिया में
बावजूद खुद को उस जगत में
स्थापित करने का अवसर नहीं पाए।
"कोशिश करने वालों की हार नहीं होती",
ऐसा कहना ज़ख़्म पर नमक छिड़कना है
उन कलाकारों के लिए जो कला को अराध्य मानकर,
नित्य-प्रतिदिन लग गए अराधना में,
छोड़कर घर-गृहस्थी जा बसे अंजान शहर में,
करते रहे संघर्ष, भटकते रहे दर-बदर,
पर स्टार बनने का उपयुक्त अवसर नहीं पाए,
अपने जीवन से स्ट्रगलिंग एक्टर का धब्बा मिटा नहीं पाए।
"रोज-रोज घट रहा है काम का बाजार
पल-पल सिमट रहा है अवसर, अधिकार
साल-दर-साल बढ़ रही है महंगाई
दिन-प्रतिदिन घट रही है आमजनों की कमाई"
इस सच्चाई को छिपाकर सिर्फ प्रेरणा हेतु गर लिखी जाए वैसी कविता,
तो झूठे हैं वैसे कवि, बकवास है वैसी कविता।
हां यह सच है कि सबको कोशिश करनी चाहिए,
पर विकास का अवसर भी तो सबको मिलना चाहिए।
हर हाथ को काम, काम का सही दाम देनेवाला,
एक ऐसा समाज भी तो होना चाहिए।।
✍🏽 mzf kabir
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*साहित्य आजकल टीम*
तहे दिल से शुक्रिया।
ReplyDeleteExcellent 👌
ReplyDeleteधन्यवाद
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