जिंदगी एक संघर्ष
जिंदगी के सफर में
हम तो चलते गए ,
अपने मेहनत के मोती
यूँ चुनते गए ...
स्वप्न भी था बड़ा , राह भी थी कठिन,
न सहारा किसी का , न कोई आस ,थी
छोड़ वैशाखियों का साथ ,
हम तो चलते गए ......
राह हौसलों से आसान करते गए ।।
ठोकरों ने गिराया, किस्मत ने आजमाया
बुरे वक्त मे सभी ने, हमसे दामन छुड़ाया
कदम एक एक मिलाके,
हम तो बढ़ते गए .....
सामना मुश्किलों का हम तो करते गए।।
दिल मे अरमान था, मन मे विश्वास था,
आए रणभूमि मे, डर नहीं हार का था ।
धैर्य ,साहस के साथ ,
हम तो चलते गए ......
हम अंधेरों में "ज्योति" बनके जलते गए।।
स्वरचित कविता
✍️ ज्योतिका शाही सक्सेना
लखनऊ , उ.प्र.
Sahitya Aajkal:- एक लोकप्रिय साहित्यिक मंच 👇💞 Sahitya Aajkal Youtube Channel link plz Subscribe Now ...💞👇Sahitya Aajkal Youtube से जुड़ने के लिए यहाँ click करें
यदि आप भी अपनी रचना प्रकाशित करवाना चाहते हैं या अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो टीम के इस Whatsapp न0- 7562026066 पर भेज कर सम्पर्क करें।
कवि सम्मेलन की वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
यदि आप कोई खबर या विज्ञापन देना चाहते हैं तो सम्पर्क करें।
Email:- sahityaaajkal9@gmail.com
Whatsapp:- 7562026066
संस्थापक:- हरे कृष्ण प्रकाश
(पूर्णियां, बिहार)
अति सुन्दर संदेशप्रद कविता के लिए सहृदय बधाई!
ReplyDelete