4/27/22

मैं तेरी सेवा कर:- दुर्गेश मोहन

 


शीर्षक:- ईश्वर


ईश्वर मुझे विद्या देना

मैं तेरी प्रार्थना करूंगा।

मैं तेरी सेवा कर

सार्थक जीवन जीते रहूंगा।

ईश्वर मुझे विद्या देना

मैं तेरी प्रार्थना करूंगा।

   आप हैं मेरे पालनहार

   आप हैं जीवन आधार।

   आप भक्तों को जीवन देकर

   आप सृजित करते हैं संसार।

   ईश्वर मुझे विद्या देना

   मैं तेरी प्रार्थना करूंगा।

आप हैं मेरे सृष्टिकर्ता

आप हैं जगत के  रखवाले।

प्रभु के हम सभी हैं सेवक

आप हैं मन के मतवाले ।

ईश्वर मुझे विद्या

मैं तेरी प्रार्थना करूंगा।

   आप द्वेष और ईर्ष्या मिटाकर

   अपनी आशीर्वचन देते जाना ।

   अपने भक्तों को समृद्धि देकर

   उसका पूरा_पूरा कल्याण करना    

 ईश्वर मुझे विद्या देना

मैं तेरी प्रार्थना करूंगा।

दुर्गेश मोहन

चकवे दौ लिया

समस्तीपुर

बिहार




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