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1/25/23

अपने हाथ भी है तिरंगा- गिरिजा नन्द मिश्र

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 ।।  अपने हाथ भी है तिरंगा  ।।

अपने हाथ भी है तिरंगा ,

हम भी इन्हे लहराएंगे।

आजाद हिंद के तराने,

जन गण मन हम गाएंगे।।


तीन रंग का ये तिरंगा,

भरता संबल साहस।

जीवन का आदर्श बना,

वंदे मातरम् गाएंगे।।


अपना भी अधिकार यहां,

उनसे पहले कर्तव्य।

तन मन जीवन वार कर,

राष्ट्र धर्म निभायेंगे।।


हम भारत की वीरांगना बेटी,

करतब दिखलाएंगे।

सिंधु सागर गगन पर्वत पर,

हम तिरंगा फहराएंगे।।


आजाद हिंद की बेटी हैं हम,

शपथ संविधान की हैं खाते।

राम कृष्ण गौतम की धरती,

फिर से वही भारत बनाएंगे।।

जय भारत  जय भारती 


गिरिजा नन्द मिश्र 

पूर्णिया बिहार 

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धन्यवाद

हरे कृष्ण प्रकाश ( युवा कवि) 

(संस्थापक- साहित्य आजकल, साहित्य संसार) 




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