4/4/23

शीर्षक :- मोहब्बत का परिंदा हुं :- खिलेंद्र मिरे

 शीर्षक :- मोहब्बत का परिंदा हुं ...

   हमारे व्हाट्सएप से जुड़ें.. |      हमारे यूट्यूब से जुड़ें   |

शीर्षक :- मोहब्बत क्यू परिंदा हुं ...

 मोहब्बत का उन्मुक्त परिंदा हुं,

मगर अक्सर तेरे जाल में फंसता हूं।


बच भी जाऊं अगर खुद के ख्यालात से ,

तो अक्सर तेरे  ही ख्वाब में धंसता हूं ।


कभी अपने ही अनायास उलझन में ,

तो कभी तेरी जुल्फों में फंसता हूं।


माना ये इश्क तुमसे है मगर,

क्यूं अक्सर गैरों से उलझता हूं।


जलती है मोहब्बत की चिराग,

फिर न जाने मै क्यूं पिघलता हूं ।


है कैसी दिल्लगी इस यौवन की,

जिसे बयां करने से झिझकता हूं।


बना लूं एक आशियाना उम्र भर के लिए, 

मगर हर रोज मिलकर तुमसे बिछड़ता हूं।

✍️ युवा रचनाकार - खिलेंद्र मिरे

       मुंगेली छत्तीसगढ़

 नोट:- यदि आप भी अपनी रचना प्रकाशित करवाना चाहते हैं या अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो टीम के इस Whatsapp न0- 7562026066 पर भेज कर सम्पर्क करें।


सूचना:- साक्षात्कार देने हेतु यहाँ क्लिक करें

  यदि आप अपना साक्षात्कार देना चाहते हैं तो आदरणीय यह साक्षात्कार देने हेतु साहित्य आजकल की आधिकारिक फॉर्म है। अतः इसे सही सही भरकर हरे कृष्ण प्रकाश के साथ अपना साक्षात्कार तिथि सुनिश्चित करवाएं।।

           सूचना:- साक्षात्कार देने हेतु यहाँ क्लिक करें




कवि सम्मेलन की वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें


यदि आप कोई खबर या विज्ञापन देना चाहते हैं तो सम्पर्क करें।

Email:- sahityaaajkal9@gmail.com  

नोट:- यदि आप भी अपनी रचना प्रकाशित करवाना चाहते हैं या अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube चैनल से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो टीम के इस Whatsapp न0- 7562026066 पर भेज कर सम्पर्क करें।

सूचना:- साक्षात्कार देने हेतु यहाँ क्लिक करें

  यदि आप अपना साक्षात्कार देना चाहते हैं तो आदरणीय यह साक्षात्कार देने हेतु साहित्य आजकल की आधिकारिक फॉर्म है। अतः इसे सही सही भरकर हरे कृष्ण प्रकाश के साथ अपना साक्षात्कार तिथि सुनिश्चित करवाएं।।

           सूचना:- साक्षात्कार देने हेतु यहाँ क्लिक करें

         (Online/Offline दोनों सुविधा उपलब्ध)

कवि सम्मेलन की वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
यदि आप कोई खबर या विज्ञापन देना चाहते हैं तो सम्पर्क करें।

 Email:- sahityaaajkal9@gmail.com  

धन्यवाद

हरे कृष्ण प्रकाश ( युवा कवि) 

(संस्थापक- साहित्य आजकल, साहित्य संसार)


No comments:

Post a Comment