लोकप्रिय साहित्यिक मंच साहित्य आजकल से आज के अंक में प्रकाशित रचना उत्तरप्रदेश फतेहपुर के अखिलेश उमराव द्वारा बेहतरीन स्वरचित कविता "किसे पता है " पढ़ते हैं। आज के तमाम युवाओं को इन पंक्तियों के भाव को आत्मासात करना चाहिए! इस कविता लिंक को जन जन तक शेयर करना न भूलें।
किसे पता है? (हिंदी कविता) -Akhilesh Umrao 'Akhi'
शीर्षक:- किसे पता है?
बंद दिलों के राज, किसे पता है?
टूटे दिलों की बात, किसे पता है?
दीवानगी का प्यार, किसे पता है?
प्यार का मान, किसे पता है?
सब कहते हैं साथ है,
कितने है साथ, किसे पता है? ।।1।।
जिंदगी के राज, किसे पता है?
कामयाबी की डगर, किसे पता है?
अपना भविष्य, किसे पता है?
मौजूदगी की वैल्यू, किसे पता है?
भावी हमसफर, किसे पता है?
कितने हैं साथ, किसे पता है?।।2।।
संघर्ष की रातें, किसे पता है?
जंगल के राज, किसे पता है?
मौसम के राज, किसे पता है।
खुशी के राज, किसे पता है?
दुःख की रातें, किसे पता है?
कितने हैं साथ, किसे पता है?
जिंदगी के राज, हमें खुद पता होंगे ।।3।।
-: सृजनकार :-
Akhilesh Umrao 'Akhi.'
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