किशान का दर्द:- by:- ज्ञानी मुकेश
Sahitya Aajkal:- हरे कृष्ण प्रकाश (युवा कवि)
💞 Sahitya Aajkal Youtube Channel link plz Subscribe 💞👇
शीर्षक:- किशान का दर्द:- By- ज्ञानी मुकेश
हे पिताजी, इस बार खेती-बाड़ी में,
मैं पूरा साथ दूंगा आपका,
नहीं बेटा यह चेत का धूप, बारिश,
कष्ट भरी उंच नीच रास्ता,
तुमसे सहन नहीं होगा।।
तुझे तो हमेशा से शहर में रख कर
पढ़ाई करवाया है,
नहीं पिताजी इस कोरोना महामारी में,
मजदूर के लिए पैसा कहाँ से लाओगे,
मुझे भी नौकरी नहीं लगी है,
जो भी पैसा था खर्च हो चुका है।।
अब एकमात्र फसल ही सहारा है,
आप अपने साथ काम करने दो पिताजी,
पहली बार घर में रहने का मौका मिला है,
फिर मैं पिताजी के साथ खूब मेहनत किया।।
फिर मेरा फसल पक कर तैयार हो चुका था,
चैत्त के धूप के बदले बारिश का
अनुमान हो रहा था।।
बिन मौसम बारिश के
कारण, फसल की कटाई में
काफी परेशानी हो रही थी,
फिर फसल का दाम सबसे,
निचले स्तर पर आ चुका था,
पिताजी के सारी पूंजी और
सालों का मेहनत डूब जाएगा।।
सोच सोच कर रो रहा था,
मत रो बेटा फिर अगले साल फसल
लगाकर मुनाफा कमा लूंगा।।
हम तो किसान हैं हमें तो दर्द,
सहन करना ही पड़ता है,
कौन है हमारी चिंता करने वाला,
कौन है हमारी कद्र करने वाला।।
✍️ज्ञानी मुकेश
(पूर्णियाँ, बिहार)
💞 Sahitya Aajkal 💞
हरे कृष्ण प्रकाश
पूर्णियाँ, बिहार
7562026066
नोट:- सभी कविताएँ साहित्य आजकल के youtube पर अपलोड कर दी जाएगी।
नोट:- सभी कविताएँ साहित्य आजकल के youtube पर अपलोड कर दी जाएगी।
Youtube Channel link-- Sahitya Aajkal plz Subscribe Now
https://www.youtube.com/channel/UClgT-IA2azYIjv86gDYHXnA
https://www.youtube.com/channel/UClgT-IA2azYIjv86gDYHXnA
आप सभी से अनुरोध है कि हमारे इस प्रयास में अपना योगदान दे! अगर आप को लगता है कि आप अच्छा लिखते हैं या आप अपने आस पास किसी भी व्यक्ति को जानते हो जो अच्छा लिखते हैं, उन्हें हमारे वेबसाइट के बारे में ज़रूर बताएं साथ ही Sahitya aajkal के यूट्यूब से जुड़ें।