Showing posts with label गरिमा. Show all posts
Showing posts with label गरिमा. Show all posts

12/2/21

जटा शंकरी:- गरिमा पाठक

 जटा शंकरी


मेरे वेग को सहा जटा धारी ने,

जटा शंकरी ही कहलाऊगी मैं।


हाँ जटा शंकरी हूँ  मैं ,

अब भी हाहाकार मचाऊँगी ।


अब मेरा वह विस्तार कहाँ है?

अब मेरा वह सत्कार कहाँ है?


मानव अब सुधि ले तू अपनी,

पतित पावनी हूँ मै फिर भी,


अनजानी भूल की तो माफी है।

तेरे पाप अब और न धो पाऊँगी,


हर पल पाप तू करता है।

फिर आकर हाथ तू धोता है।

यदि आप भी अपनी रचना प्रकाशित करवाना चाहते हैं या अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो टीम के इस व्हाट्सएप नंबर 7562026066 पर मैसेज कर सम्पर्क करें।

आज भी मै तो वही गंगा हूँ।

वही अमृत जल पावन हूँ।


मुझको यहाँ वहाँ रोका तुने ही,

नालियां - कचरा छोडा तुने ही,


रौद्र रूप जब जब लेती हूँ ।

सब कुछ फिर धो देती हूँ।


अतिक्रमण तुम करते हो।

मेरा दमन जब करते हो।


विशाल रूप विस्तार धरूँ जब 

तब क्यों फिर तुम रोते हो ,


नदियों को तू पाट रहा है।

सीमा रेखा मे बाँट रहा है।


गंगाजल की कीमत समझते नहीं,

जल के बिना तु जल जाऐगा।


ऐसा ही चलता रहा चहूँ ओर,

तो प्रलय के दिन अब दूर नहीं,


कब तक मुक्ति दिलाऊँगी मैं,

कलयुग में अब वापस,


चली जाऊँगी मैं ।

हाँ जटा शंकरी हूँ  मैं 


जटा शंकरी ही कहलाऊगी मैं।

अब भी हाहाकार मचाऊँगी ...


जटा शंकरी ही कहलाऊगी मैं।

हाँ जटा शंकरी हूँ  मैं .।

✍️ गरिमा पाठक ..

राँची झारखंड

Sahitya Aajkal:- एक लोकप्रिय साहित्यिक मंच 👇💞 Sahitya Aajkal Youtube Channel link plz Subscribe Now ...💞👇Sahitya Aajkal Youtube से जुड़ने के लिए यहाँ click करें

 ...Subscribe Now... 


यदि आप भी अपनी रचना प्रकाशित करवाना चाहते हैं या अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो टीम के इस Whatsapp न0- 7562026066 पर भेज कर सम्पर्क करें।

कवि सम्मेलन की वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

यदि आप कोई खबर या विज्ञापन देना चाहते हैं तो सम्पर्क करें।

Email:- sahityaaajkal9@gmail.com

 Whatsapp:- 7562026066

     संस्थापक:- हरे कृष्ण प्रकाश

          (पूर्णियां, बिहार)

                           ...Subscribe Now...