शीर्षक-आओ बनाएँ स्वर्ग से सुन्दर धरा।
***********************
आओ बनाएँ स्वर्ग से सुन्दर धरा
हम अपने धरा बनाएँ सुन्दर हरा- भरा।
मेरी धरा सा स्वर्ग भी नहीं है
यहाॅ॑ की मिट्टी सोने उगलती है,
यहाॅ॑ पर बहुत से पर्व -त्योहार होते हैं,
यहाॅ॑ पर उत्सव और धार्मिक संस्कार होते हैं,
यहाॅ॑ पर सभी के प्यार मिलते हैं
और उत्तम संस्कार मिलते हैं ,
यही हैं सुन्दर- सुन्दर तीर्थ
यहीं सभी नदियाॅ॑ बहती है।
मेरी धरा सा स्वर्ग भी नहीं है।
स्वर्ग में न कभी पूजा- पाठ होता है,
धरा पर निज रामायण पाठ होता है,
और धरा पर नित सत्संग जैसे ज्ञान यज्ञ होता है ,
समय -समय पर स्तुति ध्यान होता है,
ये सब सुख स्वर्ग में कहाॅ॑ मिलता है।
मेरी धरा सा स्वर्ग भी नहीं है।
इसी धरा पर ऋषि -मुनियों ने लिया जन्म है,
इसलिए तो मेरी धरा स्वर्ग से नहीं कम है,
यहाॅ॑ पर देवता भी आने के लिए ललाईत हैं,
हम लोगों का ऐसा सुंदर सुख देखकर
देवता भी जलते हैं,
संत लोग स्वर्ग पर खखार करते हैं,
स्वर्ग से भी बड़ा एक अपवर्ग है,
जो करता है अच्छा कर्म
उसी को अपवर्ग मिलता है।
मेरी धरा सा स्वर्ग भी नहीं है।
अगर अपने धरा को
स्वर्ग से अच्छा बनाना चाहते हैं
तो करो सबकी सेवा,
ससमय करो ईश्वर की पूजा
रखें सब जीवों पर दया,
छोड़ो अंधविश्वास और छल कपटी माया,
तभी होगें तेरे ऊपर परम प्रभु की असीम दया।
आओ बनाएॅ॑ स्वर्ग से सुन्दर धरा।
***********************
नीतू रानी ,
पूणि॔यां बिहार।
हमारे व्हाट्सएप से जुड़ें.. | हमारे यूट्यूब से जुड़ें |
सूचना:- साक्षात्कार देने हेतु यहाँ क्लिक करें
👆👆
यदि आप भी अपनी रचना प्रकाशित करवाना चाहते हैं या अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो टीम के इस Whatsapp न0- 7562026066 पर भेज कर सम्पर्क करें।
कवि सम्मेलन की वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
यदि आप कोई खबर या विज्ञापन देना चाहते हैं तो सम्पर्क करें।
Email:- sahityaaajkal9@gmail.com
Whatsapp:- 7562026066
संस्थापक:- हरे कृष्ण प्रकाश (पूर्णियां, बिहार)