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4/29/22

ये जो कुछ अपनी कहानी है:- माधुरी कुमारी

रचनाकार ने बहुत ही मार्मिक पंक्तियों से इस कविता "ये जो कुछ अपनी कहानी है" की सृजन की हैं इसके लिए बहुत बहुत बधाई व ढेरों शुभकामनाएं। सम्पूर्ण कविता नीचे पढ़ें...
            
             ये जो कुछ अपनी कहानी है:- माधुरी कुमारी

ये जो कुछ अपनी कहानी है,

बस कलम की मेहरबानी है ।

वैसे तो कृपा मां सरस्वती की है ,

पर कागजों पर अपनी निशानी है ।

जीना तो सबके लिए यहां है,

लिखना तो बस दिल की निगहबानी है,

मरना है अगर रिवाज यहां तो,

 जीना भी यही की निशानी है ।

बस कुछ जज्बात है ,

जिन्हें दिल के पन्नों पे सजानी है।

कहानी बस यही दिल की है,

शब्दों के आधार की हुई गुमनामी है।

ये जो कुछ अपनी कहानी है,

बस कलम की मेहरबानी है।

✍️ माधुरी कुमारी 

(कटिहार)

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