साहित्य आजकल द्वारा आयोजित "हम में है दम" कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है। ज्ञात हो कि इस प्रतियोगिता कार्यक्रम में भाग लिए सभी रचनाकारों में जो विजयी होंगे उन्हें नगद पुरस्कार स्वरूप 101 रुपया, शील्ड कप और सम्मान पत्र उनके आवास पर भेज कर सम्मानित किया जाना है। यदि आप भी भाग लेना चाहते हैं तो टीम से सम्पर्क करें।
कविता --- फौजी
--बॉर्डर की जंग खत्म होते ही मैंने अपने अफसर महोदय से
कुछ दिनों की छुट्टी की अर्जी लगाई,
अफसर महोदय ने कुछ टाल-मटोल किया
फिर मेरी अर्जी पर मंजूरी जताई,
--अगली सुबह में जल्दी उठकर तैयार हो गया,
गांव जाने की खुशी में मन तो जैसे बावला सा हो गया,
मेरी खुशी का अंदाजा लगा मेरे साथियों का हाल बेहाल हो गया,
कहने लगे वह मुझसे की फौज की
नौकरी तो कर ली लेकिन घर परिवार से मन अनजान हो गया,
-- गांव की गलियों में करीब 4 साल बाद पांव रखने को मिला,
मेरे चेहरे पर जैसे कोई ताजा फूल हो खिला,
मुझे वह एक एक चेहरा याद था आज भी,
बॉर्डर पर जाते वक्त आखरी बार था जिसे मिला,
-- गांव के बस स्टॉप पर उतरकर पैदल ही घर की तरफ चला,
गांव की कच्ची सी गली में कोई हलचल नहीं थी,
ना तो बहू बेटियों की बातें करने की आवाज,
ना ही गली में खेल रहे बच्चों का शोर,
ऐसी स्थिति ने मेरे मन को कुछ कुचला,
-- घर पहुंचा तो बच्चे भाग कर मुझसे लिपट गए,
बीवी की आंखें भी खुशी से नम हो गई,
मां बाप भी खुशी से मेरी बाहों में सिमट गए,
-- बहुत सालों बाद इकट्ठे बैठकर खाना खाने का दिन आया,
बहुत सालों बाद मां ने मेरे मन को भाता पकवान बनाया,
-- बातों बातों में मुझे मां ने बात बताइए,
गांव की हवा में बहुत खराबी है भर आई,
बच्चों की चोरी ने पूरे गांव में धूम है मचाई,
बहू बेटियों की इज्जत तो जैसे राख के भाव है लगाए,
-- यह सब सुन मेरा मन शर्मसार हो गया,
बॉर्डर पर दुश्मन को हराकर मैंने कौन सा बड़ा तीर मार लिया,
मेरा देश तो फिर भी ऐसे घिनौने अपराधों का गुलाम हो गया,
-- क्यों 15 अगस्त और 26 जनवरी मना कर
देशभक्ति का ढोंग किया करते हैं,
महात्मा गांधी और भगत सिंह जैसे बलिदानों को
शर्मसार किया करते हैं,
हमारे देश को आजादी दिलाते दिलाते वह खुद जान गवा बैठे,
और देश के दुश्मन फिर भी देश मैं आ बैठे....
मीनाक्षी शर्मा
कपूरथला
पंजाब
साहित्य आजकल द्वारा आयोजित "हम में है दम" कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है। ज्ञात हो कि इस प्रतियोगिता कार्यक्रम में भाग लिए सभी रचनाकारों में जो विजयी होंगे उन्हें नगद पुरस्कार स्वरूप 101 रुपया, शील्ड कप और सम्मान पत्र उनके आवास पर भेज कर सम्मानित किया जाना है। यदि आप भी भाग लेना चाहते हैं तो टीम से सम्पर्क करें।
हमारे व्हाट्सएप से जुड़ें.. | हमारे यूट्यूब से जुड़ें |
सूचना:- साक्षात्कार देने हेतु यहाँ क्लिक करें
👆👆
यदि आप भी अपनी रचना प्रकाशित करवाना चाहते हैं या अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो टीम के इस Whatsapp न0- 7562026066 पर भेज कर सम्पर्क करें।
यदि आप कोई खबर या विज्ञापन देना चाहते हैं तो सम्पर्क करें।
Email:- sahityaaajkal9@gmail.com
Whatsapp:- 7562026066
संस्थापक:- हरे कृष्ण प्रकाश (पूर्णियां, बिहार)
ईमेल- harekrishnaprakash72@gmail.com