Showing posts with label रश्मि2. Show all posts
Showing posts with label रश्मि2. Show all posts

12/5/22

आरती करो शिव की...(आरती)-

 

आज एकादशी सार्थक हुई 

स्वरचित आरती


आरती करो शिव की ।

कि भोलेडमरु वाले की । 


हाथ इनके त्रिशूल सो हे ।

गले में भुजंग है डोले ।

बाएं अंग हिम सुंदरी वाला ।

रूप जिनका है निराला ।

कैसे कहे  महीमा इनकी ।

की भोले करुणाकर की ।


आरती करो शिव की ।

कि भोले डमरू वाले की ।


बम बम हृदय सेजो बोले ।

भोले बस उसी के होलें ।

पल भर में देते हैं वरदान ।

कुटिलता से सबकी अनजान ।

बात करें भस्मासुर की ।

कि भोले के भोलेपन की ।


आरती करो शिव की ।

कि भोले डमरू वाले की ।


चलो तुम एक दीप जलाओ ।

एक बेल पत्र उन्हें चढ़ाओ ।

अक्षत चंदन से तिलक लगाओ ।

धूप  नैवेद्य से पूजा कर लो ।

नहीं चाह इनको आडंबर की ।

भक्ति हो बस अंतर्मन की ।


आरती करो शिव की ।

कि भोले डमरू वाले की ।

इति शिव समर्पण

✍️ रश्मि मिश्रा

मध्यप्रदेश

हमारे व्हाट्सएप से जुड़ें.. |   हमारे यूट्यूब से जुड़ें   |

सूचना:- साक्षात्कार देने हेतु यहाँ क्लिक करें

  यदि आप अपना साक्षात्कार देना चाहते हैं तो आदरणीय यह साक्षात्कार देने हेतु साहित्य आजकल की आधिकारिक फॉर्म है। अतः इसे सही सही भरकर हरे कृष्ण प्रकाश के साथ अपना साक्षात्कार तिथि सुनिश्चित करवाएं।।

           सूचना:- साक्षात्कार देने हेतु यहाँ क्लिक करें

         (Online/Offline दोनों सुविधा उपलब्ध)
                धन्यवाद:- (साहित्य आजकल टीम)






 

यदि आप भी अपनी रचना प्रकाशित करवाना चाहते हैं या अपनी प्रस्तुति Sahitya Aajkal की Official Youtube से देना चाहते हैं तो अपनी रचना या वीडियो टीम के इस Whatsapp न0- 7562026066 पर भेज कर सम्पर्क करें।

कवि सम्मेलन की वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
यदि आप कोई खबर या विज्ञापन देना चाहते हैं तो सम्पर्क करें।

Email:- sahityaaajkal9@gmail.com