बड़े हर्ष के साथ सूचित कर रहा हूँ कि लोकप्रिय साहित्यिक मंच साहित्य आजकल के द्वारा *"आपकी रचना-आपकी पहचान"* कार्यक्रम आयोजित की गई है। इस कार्यक्रम के निमित्त आ0राजेश्वरी बसवराज मेदार जी की रचना प्रेषित है। आप सभी अवश्य पढ़ें व टिपण्णी दें।
मेरी प्रिय कविता :-
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दो शब्दों को जोडा,
तुम्हारा नाम निकल आया,
एक छोटी कविता बन गई,
मेरी प्रिय कविता।
रोज पढता हूँ तुम्हें,
रोज पढना चाहता हूँ तुम्हें,
एक छोटी कविता बन गई,
मेरी प्रिय कविता।
टूटे संगीत में कभी,
तुम्हारे नाम को जोड देता हूँ,
एक छोटी कविता बन गई,
मेरी प्रिय कविता।
तुकबंदी गाने में बदल जाती है,
दो शब्दों का गाना,
एक छोटी कविता बन गई,
मेरी प्रिय कविता।
मेरी प्रिय गाना,
रोज गाता हूं तुम्हें,
रोज गाना चाहता हूँ तुम्हें,
एक छोटी कविता बन गई ,
मेरी प्रिय कविता।
राजेश्वरी बसवराज मेदार
हिंदी विषय शिक्षिका
एन, सी, सी ऑफिसर
श्री सद्गुरू शिवानंद बालिका
हाईस्कूल कुंदगोल
जिला- धारवाड
कर्नाटक।
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